जनता सुख की चाह में जिनको देती वोट,
सत्ता में आकर वही दे जाते हैं चोट ।
दे जाते हैं चोट रोज बढ़ती महंगाई ,
भूखा मरे गरीब व नेता खायं मलाई ।
लोकतंत्र में बंधु न कोई राजा बनता,
कृपादृष्टि अपनी जब तक न फेरे जनता ।
- ओमप्रकाश तिवारी
Friday, March 27, 2009
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
वह क्या बात है.
ReplyDeleteभाई महेंद्र जी - राजकुमारी जी,
ReplyDeleteउत्साहवर्द्धन के लिए सादर धन्यवाद । जनपथ इसी प्रकार पढ़ते रहें । साथ ही , चुनाव से संबंधित किसी विषय विशेष पर जनपथ पढ़ना चाहें तो सुझाव भी दें । कोशिश करूंगा लिखने की ।
- ओमप्रकाश तिवारी