Friday, March 20, 2009

वरुण की तरुणाई

तरुणाई में हैं वरुण सम्हले नहीं ज़ुबान ,
उधर चुनाव आयोग भी खोल के बैठा कान ।
खोल के बैठा कान फंसेंगे अब प्रत्याशी,
जो नादानी में कर बैठेंगे बदमाशी ।
तोल-तोल कर बोल बोल है महंगा भाई,
राजनीति में गच्चा खा जाती तरुणाई ।
-ओमप्रकाश तिवारी

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