Monday, March 30, 2009

आंधी

आंधी गांधी की चली वाह वरुण जी वाह ,
नेता बन बैठे मियां करके एक गुनाह ।
करके एक गुनाह आपने मुंह जो खोला,
लगा कोई बच्चा बापू के स्वर में बोला ।
देख वरुण को सोच रहे अब राहुल गांधी,
इस तूफां में दब न जाए अपनी आंधी ।
- ओमप्रकाश तिवारी

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