Sunday, April 26, 2009

अब तो लो विश्राम

गाते हैं सरदार जी नया आजकल राग,
अलादीन का लग गया उनके हाथ चिराग ।
उनके हाथ चिराग कहें यदि चुनकर आया,
अर्थव्यवस्था की पलटूं सौ दिन में काया ।
पांच बरस से यही आ रहे हो समझाते,
अब तो लो विश्राम रामधुन गाते-गाते ।
- ओमप्रकाश तिवारी

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