गरियाना सरकार को लगे बड़ा आसान,
मतदाताओं के लिए पर मुश्किल मतदान ।
पर मुश्किल मतदान गया कितना समझाया,
फिर भी वोटर रो-रो कर ही बाहर आया ।
जब आता ही नहीं स्वयं का भाग्य बनाना,
बंधु व्यर्थ है तब सरकारों को गरियाना ।
- ओमप्रकाश तिवारी
Friday, May 1, 2009
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ठीक बात है. हमारे भाग्यविधाता लोगों ने यह इंतज़ाम तो पहले ही कर दिया था.
ReplyDeleteसही है...
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