चाचा जी उलझा गए जिन मसलों को आप,
उन मसलों को आज भी देश रहा है नाप ।
देश रहा है नाप चहे मसला हो चीनी,
चाहे हो कश्मीर पाक ने धरती छीनी ।
रहता हाथ पटेल बिगड़ता न तब ढांचा,
जैसा गए बिगाड़ हमारे नेहरू चाचा ।
उन मसलों को आज भी देश रहा है नाप ।
देश रहा है नाप चहे मसला हो चीनी,
चाहे हो कश्मीर पाक ने धरती छीनी ।
रहता हाथ पटेल बिगड़ता न तब ढांचा,
जैसा गए बिगाड़ हमारे नेहरू चाचा ।
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