देखो फिर से चल पड़ी मनमोहन सरकार,
कुछ अपने एमपी मिले कुछ ले लिये उधार ।
कुछ ले लिए उधार मिल रही खूब बधाई,
मनमोहन के चेहरे पर छाई तरुणाई ।
कला चिपकने की मनमोहन जी से सीखो,
वरना बन अडवाणी अपना रस्ता देखो ।
- ओमप्रकाश तिवारी
Friday, May 29, 2009
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
वाह वाह्क्या खूब कही
ReplyDelete